I P Address क्या होते है ?
हेल्लो दोस्तों आज हम जानते हे की IP Address (Internet protocol address ) होता क्या हे और ये कैसे किसी system या Devise पर work करता है! IP Address किसी भी device का एक Networking पता होता है जिसके through वह Network को एक्सेस करता है और उस Devices को Verify करता है कीNetwork or internet से connected है एक तरह से हम यह भी कह सकते है की IP Address उस अमुक उपकरण(devices) का Address होता है जो किसी internet या Network को access कर रहा होता है IP address नेटवर्क पर विशेष Device के लिए डेटा भेजने के लिए Network से Connected प्रत्येक Device -जैसे, कंप्यूटर, सर्वर, प्रिंटर, स्मार्टफ़ोन का एक यूनिक एड्रेस होता है और Communication के लिए Internet protocol का उपयोग करते हैं।
IP Address मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है 1 logical IP address और 2 physical IP address Logical IP address हमेसा बदलता रहता है यह dynamic होता है परन्तु Physical IP address static होता है ये world में किसी भी devise के लिए यूनिक रहता है ! हालाँकि hacking के वक्त hacker अपना Physical IP address change कर दे ते है Physical IP Address को Make Address के नाम से भी जाना जाता है
1 = Logical IP Address के बारे में
Logical IP Address में IPV4 और IPv6 format हो ता है IPv4 India में currents में use होता है India में कुछ company है IPv6 पर Work करती है पर most-off IPv4 पर ही काम चलता है और अभी ये ही popular है परन्तु विदेश में जापान ,कोरिया ,अमेरिका ,काफी समय से IPV6 पर काम कर रही है ! IPV6 आने का मतलब ये नही की ipv4 बन्द हो जायेगा ये कभी बन्द नही होये गा ip address की Digit भविष्य में ख़तम हो सकती है ऐसी आसंका में IPV6 का अविष्कार हुवा है!
IPv4
IP4 में 4 digit होती है जिसको Point के बाद हर Digit ओक्टेट के नाम से जाना जाता है उदारणत: 192.168.23.4 ये एक ipv4 का IP Address है यह एक सामान्य उदाहरण है। सबसे आसानी से पहचाने जाने वाली आईपी रेंज 192.168.0.1 – 192.168.0.255 हैं, क्योंकि इन एड्रेस को हम घर या ऑफिस कॉलेज आदि पर उपयोग करते हैं| IPV4 32 Bit का होता है! यह IP Address मुख्य रूप से 5 Class में divide होता है A ,B ,C ,D .E जिसमे D और E Class reserve होती है इनको publicly use नही किया जाता है IPV4 के हर Address के साथ सबनेट मास्क (Subnetmask ) जुड़ा होता है जिसको देख कर यह आसानी से पता लगाया जा सकता है की कोनसा एड्रेस Host Address और कोनसा Network Address है और broad cast address है इसके बारे में हम next Tutorial में पढ़ेंगे की कैसे IP Address का Binary conversion किया जाता है और उनको छोटे पार्ट्स sub network में कैसे किया जाता है Subset mask के through
NO | Number of Class | Discretion about IP address |
1 | CLASS A | (0-126) exp. 10.22.23.7 submit mask (255.0.0.0) |
2 | CLASS B | (127-191) exp. 132.15.29.7 submit mask (255.255.0.0) |
3 | CLASS C | (192-223) exp.193.123,142,10 submit mask (255.255.255.0) |
4 | CLASS D | (224-239) this ip is used in gaming and multi-casting area |
5 | CLASS E | (240- 255) this ip is reserve in research area |
(note-Windows operating System में अपना Ip address देख ने के लिए Follow करे Windows + R key >just type in Run windows >Cmd then command prompt open Command prompt में टाइप करे >ipconfig )
IPv6
IPv6 Internet Engineering Task Force द्वारा बनाया गया है यह IPv4 के साथ भी Work करता है IPV6 भविष्य के लिए reserve हैIPv6 128 बिट्स लंबा होता हैं। इसलिए, यह 2 ^ 128 इंटरनेट एड्रेस को सपोर्ट करता हें, जो 340.282.366.920.938.000.000.000.000.000.000.000.000 एड्रेस के बराबर हैं|यह एक इतना बड़ा IP Address होता है की World के हर person को लगफग 20,000 IP address मिल सकता है तो इसके Digit के कम पड़ने का सवाल ही नही उठता है यह बहुत सारे address हैं और वे बहुत लंबे समय तक internet operation जारी रखने के लिए पर्याप्त से अधिक हैं।जहा IPv4 point के through 4 डिजिट Group में define किया जाता है वही IPv6 hexadecimal number में 8 group में define या Represent किया जाता है
1.Global prefix= यह part 3 group से मिलकर बना होता है इसका यूज़ रूटिंग में किया जाता है
2.subnet इसमे एक Number होता है जो sub network को identify करने में लिया जाता है
3.Interface id =यह host network को unicycle identify करती है ये 4 Group से मिलकर बना होता है
इसके साथ ही IPv6 अपने आप में IPv4 से भी ज्यादा कही features को Include करता है जो IPv4 से कही गुना बहतर है इसके ऊपर जल्द ही हिंदी आईटी सलूशन द्वारा पूरा विस्तृत tutorial publish किया जाये गा
2= Physical IP Address / make address के बारे में
Physical IP address को Mack Address के नाम से भी जाना जाता है यह वर्ल्ड की हर device का एक unique IP Address होता है यह पूरी तरह से static ip address हो ता है इसको कभी भी permanently change नही किया जासकता है Windows operating system में mack addressदेखने के लिएcommand promp में /getmac command का प्रयोग कर देखा जा सकता है
दोस्तों अगर आपको मेरे द्वरा दीगयी जानकारी अछि लगी तो फॉलो करे मेरे ब्लॉग को में निरन्तर ऐसी नॉलेज वाली पोस्ट जब बी पिब्लिश करुगा आप को मेल मिलजाएगा और इस ब्लॉग पे बहुद ही सरल तरीके से Networking ,windows Linux ,Androud से रिलेटेड पोस्ट में प्रकाशित करता रहुगा
Thank you
by Vishnu Sharma