SDLC क्या है ?

SDLC( Software Development Life Cycle ) का अर्थ होता है एक Software को Develop होने केलिए किन -किन Process से होकर गुजरना पड़ता है ! किस प्रकार के Situation developing के दौरान Developer या Clint को face करनी पड़सकती है ! उन सभी के solution के लिए कोनसे Software development प्रोसेस को use किया जाता है ! दोस्तों इस संबंध में अलग-अलग IT Professional लोगो और लेखकों ने अपनी अपनी बुद्विमता और क्षमता के अनुसार कुछ अलग और विस्तृत व्याख्या इस संबंध में कर रखी है ! इसलिए आप जब भी SDLC के बारे में अधिक जानकरी या Knowledge के लिए कोई भी Books या Article या Tutorial देखते है तो उनमे कुछ Topic पर ज्यादा या कम Content देखने को मिलेगा परन्तु अंत:त इसी बात को समझाने पर जोर दिया गया है की एक Software की Life Cycle किस तरह की होती है ! में यहाँ इस संबंध में SDLC के कुछ important और बड़े Topic पर ही Focus करुगा यहाँ में चाहु तो इस Tutorial को काफी लम्बा लिख सकता हु परन्तु में Theoretical Knowledge से ज्यादा Piratical Knowledge में यकीन रखता हु और और वैसे भी हमे इसका Reference को ही ध्यान में रखना होता है ! SDLC में, इसमें मुख्य रूप से जो Model use किये जाते है उसके बारे में हम यहाँ पढ़ेंगे जैसे Waterfall model , V-shaped model , Prototype Model , incremental model , Agile Model or Terminology

SDLC in hindi

परन्तु मोटे तोर पर कुछ Process या Principle ऐसे होते है ! जिनको हर Model concept को follow करते हुए use किये जाते है जिनके बारे में हम यहाँ विस्तार से समझेंगे जैसे – Planning , Requirement Analysis ,Design ,Development ,Testing , Deployment , Support

Planning = यह SDLC का पहला phase होता है इसमें यह Determine किया जाता है की वास्तव में हमे किस प्रकार की समस्या के समाधान के लिए कोई Software या application की आव्सय्कता है ! इसके लिए सबसे पहले एजेंडा क्लियर किया जाता है ! Software कम्पनी के साथ discuss किया जाता है उन Modules के ऊपर बात की जाती और उनको समझा जाता है जिसके ऊपर एक application program लिखा जाना है ! इसमें मुक्यत कुछ Points होते है जिनके ऊपर बात की जाती जैसे – modules Resource Cost time और Technology इसमें एक ध्यान देने योग्य बात है की इस process में दोनों और से हमेसा कम्पनी के मुख्य स्तर के अधिकारी ही भाग लेते है !

Requirement Analysis SDLC के इस Phase में जो बाते Planning Phase में Discuss की जाती है उनका यहाँ Documentation बनाया जाता है ! यहाँ Functional और Nonfunctional Requirement के ऊपर Documentation त्यार किया जाता है उन पर discuss किया जाता है ! जैसे की Application को किस Programming language में बनाया जायेगा किस तरह के server पर Code Deploy होगा उसकी heard disk RAM क्या होगी ! Application की Dependency क्या होगी किस OS पर वो Program run करेगा इस प्रकार के काम इस Phase में किये जाते है?

Design – SDLC के इस phase में Documentation में जो Define किया जाता है उसका एक Blue Print त्यार किया जाता है ! इसमें User interface को Define किया जाता है ! और इस बात की पूरी समीक्षा की जाती है की जो काम Documentation में बताया गया है वो किस तरह से होगा और कुछ उसमे ट्रबल है ! तो क्यों है उसका क्या Solution है ! इसमें Programming language Framework Data base architecture बनाये जाते

Development SDLC में यह Phase सबसे ज्यादा Time Consuming वाला Phase होता है ! इस Phase में Application पर Coding की जाती है !इस Phase की समय अवधि Application की Complicity पर Depend करती है !

Testing इस Process में Software या Application की Testing की जाती और यह देखा जाता है की जब वह Application launch हो और Public उसको यूज़ करे तो उसमे किसी भी प्रकार की Bug या error नहीं रहे Testing कहि तरह के tools का use किया जाता है अधिक जानकारी के लिए आप इस link को Click करके जान सकते है की testing क्या है !

Deployment and Support यह SDLC का सबसे अंतिम Phase है जिसमे Software बनकर त्यार होजाता है यहाँ उसको Stable server पर deploy किया जाता है ! और Starting में उसको कुछ सिमित लोगो को Use करने के लिए दिया जाता है ! जिनसे इसका Feedback लिया जाता है ! और देखा जाता है की यह Clint की requirement को fulfill करता है या नहीं अगर यहाँ पूरी Requirement को Fulfill करता है तो इसको Multi user के लिए launch कर दिया जाता है ! जब Software live हो जाता है ! तो इसका maintenance भी संबंधित कम्पनी को करना होता है ! अगर Future में उस Application या Software में error आती है या उसमे और कोई भी new functionality add या Remove करनी होती है इस तरह के काम समन्धित Organization को करने होते है

दोस्तों यह hindiitsolution द्वारा SDLC के बारे में कुछ सैद्धांतिक जानकारी है! हो सकता है की इस लेखमें यदि में कुछ भूल वस लिखना भूल गया हो या किसी particular topic के ऊपर कम जानकारी बता पाया यदि आप को इस संबंध में कोई और topic या जानकारी पता है तो आप Comments करे आप के feed back के लिए हिंदी .आई टी .सोल्युशन हमेसा आभारी है ! इस website पर अनेक रोचक और सरल post हिंदी में लिखी गई हे जिसको आसानी से समझा जा सकता है यदि आप को hindiItsolution द्वारा लिखे गए लेख में कोई जानकारी समज नहीं आती है अथवा किसी भी task का practice करने में कोई Problem आती है तो कमैंट्स करें आप की समस्या का समाधान जरूर करने का प्रयास किया जायेगा

by Vishnu Sharma (Linux System Administrator)

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