TCP और UDP Protocol क्या है|
दोस्तों TCP और UDP “TCP /IP Model” और “OSI Model” में यूज़ होने वाली एक Protocol है | यह TCP /IP Model में Host to Host Layers पर Work करती है | और OSI Model में यह Layer 4th यानि की Transport Layer पर Work करते है | TCP और UDP का पूरा Name Transmission Control Protocol और User datagram Protocol है इन दोनों Protocol को हम विस्तार से समझेंगे और इनके बीच के अंतर को जानेंगे TCP और UDP दोनों ही Protocol आज के समय में Popular है और दोनों ही Protocol के अपने-अपने Week और Strong point है | इसके अंतर को जानने के लिए इसकी कुछ Functionality में हम अंतर क सकते है | जैसे दोनों Protocol अपना Connection किस प्रकार से Set करती है दोनों ही Protocol की Data को Transfer करने की क्या Speed रहती है | यह Protocol कितनी Reliability पर work करती है | दोनों ही Protocol को यूज़ करने वाले Data Packet का Structure किस प्रकार होता है |
TCP (Transmission Control Protocol )
TCP Protocol एक Connection Oriented Protocol है | Connection oriented से आशय data को Transfer करने से पूर्व यह Protocol Connection को पूरी तरह से Verify करता है की Receiver device से Connection establish हुवा है या नहीं इस Process में Clint Server को एक request करता है जिसको Syn कहा जाता है| Response के तोर पर Server Client को एक request करता है जिसको Syn acknowledgement कहा जाता है ! !TCP Protocol में इस Functionality को Hand shaking
भी कहा जाता है | TCP Protocol एक Reliable Protocol है , यानि यह Data transfer करते समय Hand Shaking के आलावा भी ऐसी अनेक Mechanism (कार्य प्रणाली तंत्र)का इस्तमाल करता है | जिससे data Destination तक Reliable तरिके से पहुचता है , TCP Protocol में Data Delivery की पूरी तरह से Guaranty होती है | TCP Protocol में Data उसी Sequencer में Receive होता है जिस Sequence में Data को Send किया जाता है ! यानि Client और Server में Data transfer के समय Data का Order Change नहीं होता है , यह Flow Control के ऊपर भी Work करता है|! इस तरह के Functioning और Mechanism के प्रयोग होने से TCP, UDP की तुलना में एक Slow work करने वाला Protocol है| TCP Protocol का इस्तमाल हम हमारे दैनिक जीवन में कहि प्रकार की Service में करते है जैसे HTTP ,HTTPS ,Telnet ,FTP ,SMTP आदि इसका Data packet निम्न प्रकार से होता है|
UDP (User Datagram Protocol )
UDP एक Connection less Protocol है | इसमें Data को Transfer करने से पहले या Connection Establish करने से पहले किसी भी प्रकार की acknowledgement से Related Functioning नहीं होती है | यानि इसमें जो भी Device Server या Client यह कभी Verify नहीं करता है, की Receiver से Connection है या नहीं, Data उसको मिला है या नहीं, इसके इसी कार्य प्रणाली की वजह से इसको Connection less Protocol कहा जाता है | इस के इस प्रकार के Mechanism (कार्य प्रणाली तंत्र) की वजह से इसमें Data Delivery की कोई Guaranty नहीं होती है | इसमें अधिक Complex Functioning और Mechanism नहीं होने की वजह से इस Protocol की Data Transfer करने की Speed काफी अछि होती है | UDP में SNMTP ,TFTP जिस Services यूज़ की जाती हे UDP को यूज़ में लेनी वाली Service का सबसे अच्छा Example आज के वक्त में Whatsaap और Facebook जैसे Messenger है|
TCP और UDP Protocol में अंतर
TCP | UDP |
यह एक Connection Oriented Protocol है| | यह एक Connection less Protocol है| |
इसकी Data transfer करने की Speed तोड़ी Slow होती है | | जबकि इसकी Data transfer की Speed तेज होती है| |
यह एक Reliable Protocol है | | यह एक Unreliable Protocol है | |
TCP Protocol में Data Delivery की Guaranty होती है | | UDP में Data Delivery की Guaranty नहीं होती है| |
TCP में message Sequence order से Delivery की भी Guaranty होती है | | UDP में message Sequence order से Delivery की Guaranty नहीं होती है | |
TCP एक Heavy Weight Protocol है | | जबकि UDP एक Light Width Protocol है| |
यह एक Slow Protocol है | | UDP एक Fast protocol है| |
दोस्तों उम्मीद करता हु की आप के लिए यह Article उपयोगी रहा होगा अगर आप के इस लेख के बारे में कोई सुझाव हो तो कमैंट्स करे या किसी Topic में आप को कोई समस्या आती है तो मुझे Comments करे|
ध्यनवाद,
by Vishnu sharma.