Redhat Linux Serverमें File System क्या होता है ?
दोस्तों हर ऑपरेटिंग सिस्टम का अपना फाइल सिस्टम होता है कोई ऑपरेटिंग सिस्टम अपनी डिस्क पर डाटा को किस प्रकार से स्टोर करता है वह उसके फाइल सिस्टम पर निरभर करता है हर ऑपरेटिंग सिस्टम का अपना एक स्टैंडर्ड होता है उसी के अनुसार वह हार्ड डिस्क पर data को स्टोर करता है हार्ड डिस्क पर पार्टाशन(partition) बनाने और डाटा को स्टोर करने में फाइल सिस्टम की ही भूमिका होती है आज के वक्त में सबसे ज्यादा इस्तमाल होने वाला फाइल सिस्टम N.T.F.S. है जो की विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का एक पॉपुलर फाइल सिस्टम है जिसतरह विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में फाइल सिस्टम के अंतरगत (my document) डॉक्यूमेंट विंडोज फोल्डर प्रोग्रेम फोल्डर रीसायकल बिन(recycle bin) आदि डायरेक्टरी बनी होती है उसी तरह लिनक्स का भी एक फाइल सिस्टम होता है पर यहाँ हमको लिनक्स के फाइल सिस्टम के बारे में जान रहे है लिनक्स का फाइल सिस्टम .E x t 3 होता है. लिनक्स में फाइल सिस्टम में सबकुछ( / )स्लैश में ही इंकलूड(Include) होता है हम यहाँ तक भी कह सकते है की लिनक्स ओस पूरा OS स्लैश /में ही Include होता है इसको रुट डायरेक्टरी के नाम से भी जाना जाता है इसके अंदर निम्न लिखित फोल्डर सामिल होते है
रुट डायरेक्टरी(root directory)
/bin =यह डायरेक्टरी लिनक्स में यूटिलिटी प्रोग्राम का बाइनरी कलेक्शन होता है इस डायरेक्टरी में यदि हम लिनक्स में कोई भी प्रोग्राम इनस्टॉल करते है या क्रिएट करते है तो उसका बाइनरी कलेक्शन इसमे होता है इस डायरेक्टरी में लिनक्स में यूज होने वाले कमांड्स का भी संग्रह होता है
/Sbin =इस डायरेक्टरी में लिनक्स से रिलेटेड सभी कमांड्स के बाइनरी कलेक्शन होते है और लिनक्स सिस्टम की आल ओवर बाइनरी इस डायरेक्टरी में होती है इस लिए इसको Sbin नाम से जाना जाता है जिसका मतलब है सिस्टम बाइनरी
/boot=इस डायरेक्टरी में बूट सम्बंदित इनफार्मेशन होती है जो लिनक्स के स्टार्ट होते वक्त कनरल में लोड होती है जेसे- ऑपरेटिंग सिस्टम इनफार्मेशन वर्जन आदि इनफार्मेशन इसमे मिली होती है
/dev=इस डायरेक्टरी में लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम है कनेक्टेड(Connected) हार्ड वेयर से रिलेटेड जितनी भी इनफार्मेशन होती है वो इसमे include होती है जे से राइड(RAID) वोल्युम ग्रुप(Volume Group) VG, LV इन सब के बारे में हम आगे विस्तार से चरचा करे गे Storage management में
/etc=इस डायरेक्टरी में लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम है की कॉन्फ़िगरेशन (Configuration)फाइल होती है जब लिनक्स में कोई भी पैकेज इनस्टॉल किया जाता है तो उसकी कॉन्फ़िगरेशन फाइल इस डायरेक्टरी में होती है इसकी कॉन्फ़िगरेशन फाइल्स में हम changes कर के ही लिनक्स को पोर्टेबल बनाते है इंटरफ़ेस और यूजर के ऑकर्डिंग ये हम आगे सिखैगे
/home=होम डायरेक्टरी में Linux में बनाए गए सभी User और Group की इंफॉर्मेशन होती है इस डायरेक्टरी में सभी user and group का डाटा बेस भी होता है
/root=root डायरेक्टरी वह directory होती है जहां सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन अपना काम करता है इस डायरेक्टर के अंतर्गत सभी फोल्डर मिले होते हैं जैसा के सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन इन सभी फोल्डर में जाकर कोई भी इंफॉर्मेशन निकाल सकता है या देख सकता है इस रूट डायरेक्टरी में सभी फोल्डर include होते हैं like -home ,proc ,tmp etc..
/mnt= एक Mount directory होती है इसके अंदर सिस्टम के द्वारा कनेक्टेड सभी Heard ware Mount होते हैं जिसे सीडी डीवीडी ड्राइव और कोई एडिशनल हार्डवेयर Linux से कनेक्टेड(Connected) है
/tmp=इसमें लिनक्स सिस्टम की टीमप्ररी(temporary) फाइल्स होती हे जब लिनक्स सिस्टमक रिबूट होता हे तो ये फाइल्स अपने आप हट जाती हे पर सामन्यत लिनक्स सर्वर को बार-बार रिबूट नही किया जाता हे इसको हटाने के कम्मांडस होती हे इसके बारे में हम आगे चरचा करेगे किसी नेक्स्ट आर्टिकल में
/proc=इस डायरेक्टरी में सिस्टम से कनेक्टेड हर्डवेयर(Heard ware) की लॉजिकल(Logical ) और फीज़िकल (Physical) इनफार्मेशन होती है
लाइनेक्स ऑपरेटिंग फाइल सिस्टम के बारे में यह एक संक्षिप्त जानकारी है आर्टिकल में मैंने ज्यादा से ज्यादा बिंदुओं को एक्सप्लेन करने का प्रयास किया है इसके अतिरिक्त यदि आपके मन में कोई भी एक प्रश्न मिलता है या किसी अन्य डायरेक्टर के बारे में आपको जानकारी चाहता है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके आप पूछ सकते हैं दोस्तों अगर आपको यह मेरा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो लाइक करिए Share करिए जब भी मैं कोई नया आर्टिकल हिंदी में पब्लिश करूंगा आपको मेल मिल जाएगा
धन्यवाद
लेखक विष्णु शर्मा