Cloud Computing क्या है !

दोस्तों इस लेख में आप जानेंगे Cloud Computing के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी cloud का हिन्दी मतलब होता है बादल पर इसका मतलब यह नहीं की बादल में Computer है Cloud वास्तव में एक सांकेतिक शब्द है ! जिसका use इस Technology पर रखा गया है ! जबकि Cloud Computing वह Technology है जिसमे आप किसी भी Configuration के Power full Service ,Software ,Computer या Application को दूरस्थ ( किसी और Location ) पर Install करके अपने Smartphone या Laptop पर Access कर सकते है ! और अछि Performance और Speed का अनुभव कर सकते है ! वर्तमान में Cloud Computing एक बहुध ही popular Technology है ! जिसका विस्तार बहुध ही तीव्रता से हुवा है !   यह तो हुवा Cloud Computing का सामान्य परिचय  अब निचे हम इसको विस्तार में समझते है !

एक बार MIT University के Professor John McCarthy ने 1961 में कहा था की Computer को एक utility के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए यानि की अगर हम इसको

सरल से सरल सब्दो में कहे तो एक telephone line electricity ,Water की तरह उपयोग किया जाना चाइये जिसको जितनी आवस्य्क्ता हो वो उतनी Configuration का Computer use करले और जितने समय के लिए वो उसको यूज़ करे उसको उतना ही भुगतान करना पड़े असल में Professor John McCarthy के वो शब्द आज Cloud Computing के नामसे जाने जाते है ! Professor John McCarthy के उस Lecture से उस समय तो कोई reaction नहीं हुवा परन्तु Computer Science को उससे एक अच्छा सुझाव जरूर मिलगया इसी के परिणाम स्वरूप आज Cloud Computing की  Technology प्रचलित हुई है ! 1999 में Salesforce  कंपनी ने पहला Cloud based product Website बनाई  जो online अपने Customer को Application Deliver करती थी  इसके पश्च्यात Amazon ने 2002 में एक Amazon web Services Website launch की जिसमे Data Storage Computing और Artificial intelligence जैसी चीजे थी  आज  Amazon दुनिया की सबसे बड़ी Colud company AWS (Amazon Web Server ) है ! Cloud Computing को Popular करने का श्रेय  इसी Company का है ! इसी के एक product Elastic Compute काफी popular हुवा है ! जिसको इसने 2006 में launch किया था  इसके बाद अनेक बड़ी Company’s इस Fields में आई और अपना Market बनाया इनमे Google ,Microsoft, IBM ,Oracel जैसी प्रमुक कम्पनिया है !

Cloud Computing के कुछ Service model होते है जिनके आधार पर वह अपने उपभोक्तावओं को Service देता है इन Service Model को मुख्यत 3 भागो में विभाजित किया गया है

  1. Lass ( Infrastructure as a service )
  2. Pass( Platform as a service )
  3. Sass ( Software as a service )cloud computing in hindi

1 Lass(Infrastructure as a service ): Iass इस तरह के Service model में Use per pay वाले concept को ईस्तमाल किया जाता है ! Cloud service Provider उपभोगता से उतना  चार्ज करता है जितना उपभोगता(Client )द्वारा Service को Use किया जाता है इस तरह की Service में Storage, processing ,Personal Computer , router , Network Service Firewall आदि आते है !

2 Pass ( Platform as a service ) : इस model के अंतर्गत Service provider उपभोगता को ऐसा Platform provide करवाता है जहाँ से वो अपनी Application या Product को सीधा run या host कर सकता है उसे इस बात की कोई चिंता करने की आवस्य्क्ता नहीं होती है की background में Platform पर Environment कैसे बना है ! या क्या technology  काम कर रही है यह हमे अपनी website या code को सीधा run करवाना होता है 

3 Software as a service Sass : यह एक ऐसा Service model होता है ! जहाँ Service provider अपने किसी Software या Service को Browser में share कर देता है ! और उसकी Subscription Policy बना देता है ! जैसे online Photoshop online editing tools etc

Cloud Computing को मुख्य्त: 3 भागो में वर्गीकृत किया गया है !
1 Public Cloud  2 Private Cloud  3 Hybret Cloud

1 Public Cloud Public Cloud एक ऐसा Cloud Computing Platform है ! जहाँ Service provider user या उपभोक्ता को एक मानक (stranded ) Virtual environment उपलब्ध करता है ! जहाँ वह अपने Computing resource को आवश्य्कता अनुसार घटा या बडा सकता है ! यहाँ अनेक Resource ऐसे होते है ! जो Public के लिए Free होते है और कुछ  service  pay-per-usage mode पर आधारित होती है यानि user को उतना ही भुगतान करना होगा जितना वह resource को use करेगा

2 Private Cloud Private Cloud में एक ऐसा Cloud model होता है जिसमे Comput Resource को एक Particular organization ही Access करती है ! और वह सभी Computer Resource उसी Organization के Control में होते है ! एक तरह से उस Company के पास अपने Data base dedicate access और dedicate space होता है ! इस तरह के cloud में data बहुध ही Secure होता है ! परन्तु इसका मतलब यह नहीं की Public cloud में data की Security नहीं होती है ! वह भी बहुध Secure होती है परन्तु कुछ Organization ऐसी होती है ! जिनका Data बहुध ही महत्वपूर्ण होता है ! और उनकी यह police होती है की वो अपने डाटा की Security के साथ किसी भी तरह का Compromise का Risk नहीं ले सकती है ! जैसे किसी Country की military Department का server या किसी Company Research Department के अपने server उनके पास अपने private cloud होते है !

hybrid cloud -यह ऐसे Cloud होते है जिनमे इन दोनो तरह के Cloud का मिश्रण होता है ! अर्थात उसका कुछ Part तो Public होता है और कुछ Private इसको हम एक बहुध ही अच्छे उदारहण से समझते है ! मान लो जैसे भारत सरकार के रेलवे मंत्रालय hybrid Cloud use करता है ! जिसमे वह अपना कुछ भाग जो की private रहता है वहा तक कोई भी unwanted Network नहीं पहुंच सकता है और कुछ भाग को वह public के लिए Open कर रखा है ! जिस से आम public Railway की Website पे जाती है और information gather करती है !

दोस्तों यह hindiitsolution द्वारा Cloud Computing के बारे में कुछ सैद्धांतिक जानकारी है! हो सकता है की इस लेखमें यदि में कुछ भूल वस लिखना भूल गया हो या किसी particular topic के ऊपर कम जानकारी बता पाया यदि आप को इस संबंध में कोई और topic या जानकारी पता है तो आप Comments करे आप के feed back के लिए हिंदी .आई टी .सोल्युशन हमेसा आभारी है ! इस website पर अनेक रोचक और सरल post हिंदी में लिखी गई हे जिसको आसानी से समझा जा सकता है यदि आप को hindiItsolution द्वारा लिखे गए लेख में कोई जानकारी समज नहीं आती है अथवा किसी भी task का practice करने में कोई Problem आती है तो कमैंट्स करें आप की समस्या का समाधान जरूर करने का प्रयास किया जायेगा

Vishnu Sharma

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