Transmission media/Medium क्या हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं !

दोस्तों आज हम Transmission Medium ( संचरण माध्यम) के बारे में विस्तृत चर्चा करंगे और यह समझने और जानने का प्रयास करेंगे की Transmission Medium क्या हैं ! यह कितने प्रकारका होता हैं ! और आज के इस आधुनिक Digital युग में कितने प्रकार के Transmission Medium प्रचलित हैं ! Transmission medium को यदि हम सरल भाषा में समझने का प्रयास करे तो यह कह सकते हैं हैं की ऐसा कोई भी माद्यम (medium)जिसके द्वारा दो उपकरणों(Device) को आपसमे Connectivity दी गई हो और वो एक दूसरे के साथ अपने Resource या Data को आपस में Share कर सकते हो उसको Transmission medium कहा जाता हैं यह माद्यम कुछ भी होसकता हैं Wire less या Wire base ,Transmission medium को 2 भागो में विभाजित किया गया हैं ,Wireless और Wire-based

transmission medium

Wire-based Transmission media / Medium -(तारआधारित संचरण माध्यम )

Wire -Base Transmission Medium जैसा की नाम से ही स्पष्ट होता हैं की यह एक तार आधारित Connectivity हैं ,इनमे उन सभी Entity को रखा गया हैं जिसमे दो Device की Connectivity को Physically देखा जासकता हैं ! Touch किया जासकता हैं ! इसको मुख्य रूपसे 3 भागो में विभाजित किया गया हैं जो इस प्रकार हैं

Twisted Pair

Twisted pair एक ऐसी Wire होती हैं जिसमे दो Wire आपस में एक दूसरे को twisted (मुड़ी) किये हुए होती हैं ! यह Wire सामान्यत Landline Telephone या internet Connection Cable RJ45 में देखने को मिल जाती हैं ! Twisted Pair Cable को 2 भागो में विभाजित किया गया है ! , 1. Shielded Twisted pair और 2. Ushielded twisted Pair

Unshielded Twisted pair 

Unshielded Twisted pair में दो Wire एक दूसरे से में सर्पीले आकर में लिपटी होती है ! यह Cable आम तोर पर 100 से 150 meters तक Data को travel करा सकती है इस Cable में data 1 GB से 10 GBPS की Speed से Travel कर सकता है

unshielded twisted pair in hindi  unshielded twisted pair in hindi 

Shielded Twisted pair

इस Twisted pair में Wires के ऊपर एक Shield होती है जससे इस Wire में transfer हो रहे data को थोड़ी Speed मिलती है क्यों की यह Shield Data के Electromagnetic Field को कम कर देती है ? जिससे data Signal की travel करने की Speed बढ़ जाती है

shilded twisted pair

Twisted pair Cable के लाभ अथवा फायदे(Advantage of Twisted pair Cable)

  1. यह Cable लागत में किसी अन्यः Cable की तुलना में बहुध ही सस्ती होती है
  2.  इसका Installation बहुद सरल( Easy ) होता है ! इसको RJ 45 ( Registered Jack type 45 ) जैसे plug के साथ आसानी से Connect किया जासकता है
  3. इसमें किसी भी Node को Easily Network में Connection दिया जासकता है

Twisted Pair Cable की कुछ खामियाँ अथवा हानियाँ (Disadvantage of Twisted pair Cable )

  1. इस Cable से data को ज्यादा Long Distance तक Travel नहीं कराया जा सकता है
  2. यह Cable बाहरी वातावरण से effective होती है क्यों की इसमें Electromagnetic Field बनता है जिससे electrical नॉइज़ व् interference होता है
  3. इस Cable में किसी भी Node को Connection देना बहुद ही Easy होता है अतः यह सुरक्षा के लिहाज से अधिक सुरक्षित नहीं होती है
  4. इस Cable में Connection बढ़ने पर Data transfer की स्पीड भी कम हो जाती है !

यह कुछ ऐसी Twisted Pair Cable का वर्णन है ! जो पिछले कुछ समय में market में चल रही है अथवा कुछ चलन से बाहर हो गई है !

  1. CAT 1 पुराने telephone Communication में इस्तमाल किया जाता था इसकी Speed Speed 1 Mbps (megabits per Second ) तक होती थी
  2. CAT 2—Token Ring network के लिए काम मे आती थी इसकी Speed 4 Mbps तह होती थी
  3. CAT 3—token ring और 10Based -Tree Network के लिए इस्तमाल कीजाती है इसकी Speed 10 Mbps होती है
  4. CAT 4 यह Cable CAT 3 का Update है इसकी Data transfer speed 16 Mbps है
  5. CAT 5 यह Ethernet , Fast Ethernet और token Ring Network के लिए Use होती है इसकी Data transfer Speed 100 Mbps है
  6. CAT 5e यह CAT 5 का Update Version है ! इसकी Data transfer Speed 1000 Mbps है
  7. CAT 6 यह CAT 5 का Update version है ! इसकी Data transfer करने की Speed 10 Gbps है जो मात्र 50 से 55 मीटर की दुरी तक है
  8. CAT 6a— यह Cat 6 काही Update version है | इसकी Data transfer करने की Speed 10 Gbps होती और इससे भी 55 मीटर्स तक के Distance में Data को Transfer किया जासकता है
  9.  AT 7 इस Cable से भी 10 GBPS की Speed से Data को Transfer किया जाता है इसमें 1 00 120 मीटर की दुरी तह data को transfer किया जासकता है

Coaxial Cable 

Coaxial Cable में एक ताम्बे( Copper ) Wire होती है ! उसके ऊपर एक रोधन ( insulation ) की एक परत होती है और उसके ऊपर ताम्बे की जाली (Copper Mesh) होती है ! और उसके ऊपर एक Outside insulation होता है !co-excel cable in hindi

 

यह दो प्रकार की होती है thin net केबल और Thick net Cable

Thin net Cable और Thick net cable में कोई ज्यादा फर्क नहीं होता है ! इसमें Cable के inter connector के व्यास (Diameter )का फर्क होता है ! Coaxial cable की Data transfer Speed 10 Mbps होती है इसके बाहरी मोटे Plastic के कारण यह बाहरी वातावरण से ज्यादा Effective नहीं होती है  इसी कारण इसके Data transfer करने की Speed ज्यादा होती है ! और लम्बे Distance तक होती है इस Cable में BNC Connector (Bayone Neill Concelman )का प्रयोग किया जाता है , यह BNC Connector कही प्रकार के होते है T-connector,barrel connector,terminator

इन दोनों Cables में कुछ जो मोटे तोर पर अंतर् है वो इस प्रकार है !

                      Thick net cable                     Thin net Cable
यह एक Original और पहला Coaxial Cable हैयह Thick net Cable का एक update और विकसित रूप (Version) है
इसकी Data transfer करने की दुरी (Distance)185 मीटर तक हैइसकी Data transfer करने की दुरी (Distance)500 मीटर तक है ! क्यों की इसमें inter connector के व्यास को बढ़ाकर shield और insulation को कम कर दिया गया जिससे signal ज्यादा दुरी तक strong होने लगे
इसका Installation थोड़ा Easy था और यह लचीली-और कमजोर थी जिससे टूटने का ज्यादा डर रहता थाइसका Installation थोड़ा Heard था और यह मोटी होने के कारण थोड़ी कठोर है ! जिस से इसके टूटने का डर नहीं रहता है
इसका यूज़Computer में मुख्यत Bus topology में किया जाता था वर्तमान समय में इसका उपयोग Computer में नः के बराबर है !वर्तमान में इसका प्रयोग Cable TV में किया जाता है !

Fiber optic -Cable 

Dr.Narinder Singh Kapany(नरिंदर सिंह कापानी) जिनको Father of Fiber optic  ने Fiber optic cable का अविष्कार किया था इन्होने पहली बार यह साबित करके दिखाया की Light को भी मोड़ा जासकता है और उससे Data को Transmit किया जा सकता है Fiber Optic Cable अब तक Networking की दुनिया में Data को सबसे First transfer करने वाली Cable है , इस cable का वर्तमान में बहुध ही ज्यादा उपयोग किया जाता है और internet की Connectivity के लिए महासागरों में ऐसी Cable को Internet Service provider ने डालकर internet की Connectivity को बना रखा है ! अथवा इंटरनेट सेवा प्रदान करते है !  Fiber optic Cable में data Light की Form में transfer होते है इसलिए इसकी Speed सबसे ज्यादा होती है! इस cable में data को Digital signal को Light signal में transfer किया जाता है और Fir receiver light signal में Data को Receive कर वापस Digital Form में Convert कर देता है  Optical Fiber में एक बहुद ही छोटी glass या Fiber की नली होती है एक बाल जितनी बारीक़ इसमें से data को Light की Form में निकाला जाता है ! glass के ऊपर Fiber coating होती है  Fiber optic cable में कोई भी Electromagnetic Field नहीं बनता है और यह बहार के किसी भी प्रकार के Environment से Effective नहीं होता है

about optic fiber in hindi

 

 

Types of Fiber optic Cable

यह Cable 2 प्रकार की होती है single mode और Multi mode

Single mode single mode Fiber optical cable data को काफी long Distance तक Transfer कर सकती है इस लगभग 50 से 60 km तक Data को transfer किया जाता है इसमें light wave की तरह travel करती है और single time में single light signal को ही transfer किया जाता है ! दोनों Cable की कार्य प्रणाली और मुलभुत सरंचना (working process and Structure of fundamental ) को निचे दिए गए विवरण से आसानी से समझा जासकता है !

Single mode cable 

इस cable में डाटा कही दुरी तक Send किया जा सकता है इसमें प्रकाश तंतु को glass के बीचो -बीच से निकलना होता है वह कही भी glass की सतह से नहीं टकराता है ! जिससे उसकी Speed काफी तेज होती है

single-mode in optical fiber

Multi Mode Cable

Multitude fiber optical Cable का use एक साथ multi-pal signal को transfer करने के लिए use किया जाता है इस Cable को कम दुरी तक Data travel करवाने के लिए use किया जाता है इसमें प्राय दुरी 10 – से 15 km तक ही होती है

optical fiber multimode

Wire-less Transmission media / Medium (तार-रहित संचरण /माध्यम )

जैसा की नाम से ही स्पष्ट होता है की एक ऐसा medium जिसमे Data के Communication में wire का यूज़ नहीं किया जाता है यह एक Wireless Communication होता है wire less Communication मुख्य रूप से Electromagnetic Wave के माद्यम से होता है ! Electromagnetic Wave को Electric और Magnetic Fields के Combination से Generate किया जाता है ! wireless Communication को भी कुछ श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है ! जिसको हम यहाँ विस्तार से समझेंगे

1 Microwave (सूक्ष्मतरंगें) /Satellite Communication  2 Radio waves ( Mobile Communication ) 3 infrared

1 Microwave (सूक्ष्मतरंगें) /Satellite Communication –  Microwave Communication में 16 gigabit पर Second Data को transfer करने की speed होती है ! यह एक Uni direction Communication होता है इसके लिए ऊचे और बड़े Tower लगाने की जरूरत होती है इन tower के ऊपर parabolic Antenna का use किया जाता है ! और दोनों Parabolic antenna को बिल कुल एक दुसरव के सामने की Direction में रखा जाता है जिस से Micro wave बीम travel कर सके  इसका सबसे अच्छा उदहारण आज के Time में Mobile tower और घरो की छत पे लगे disk tv antenna  में लगे Parabolic Antenna है

example of parabolic antinna
microwave Communication में Parabolic Antenna

1.2 Satellite Communication–  यह भी एक microwave communication का ही दूसरा रूप है परन्तु इस Process में जमीन पर लगे Parabolic antenna सीधे अंतरिक्ष की Over bit में स्थापित satellite से Communication करते है उनका भी Communication करने का माध्यम uni-direction ही होता है satellite communication का सबसे बड़ा फायदा यह होता है की इससे एक country से दूसरी Country तक भी Communication किया जा सकता है ! और इसका सबसे अच्छा उदहारण आज के आज के वक्त में लाइव TV streams और disk TV है जिसमे Micro wave का use होता है

satellite communication

2 Radio waves–  Radio wave एक ओमनी Direction में travel करती है इनकी data को transfer करने की speed microwave से कम होती है परन्तु यह काफी दूर तक travel कर सकती है Radio wave में किसी भी Physical object को penetrate करने की Capacity होती है इस वजह से यह दुर्गम और दूर दराज के इलाकों में भी आसानी से पहुंच जाती है इसका सबसे अच्छा उदाहरण है FM Radio और मोबाइल signal है

Radio wave

3. Infrared – Infrared communication एक युनी डायरेक्शन Communication होता है यह दीवार या किसी भी Physical अवरोध को पार नहीं कर सकता है ! और ना ही यह ज्यादा दूर तक travel कर सकता है इसका उसे Automatic door,Remote control आदि में किया जाता है आदि में किया जाता है

दोस्तों यह थी hindiitsolution द्वारा transmission media के बारे में कुछ सैद्धांतिक जानकारी है हो सकता है की इस लेख में मे कुछ भूल वस लिखना भूल गया हो किसी particular topic के ऊपर कम जानकारी बता पाया यदि आप को इस संबंध में कोई और topic या जानकारी पता है तो आप Comments करे आप के feed back के लिए हिंदी .आईटी .सोल्युशन हमेसा आभारी है ! इस website पर अनेक रोचक और सरल  post हिंदी में लिखी गई हे जिसको आसानी से समझा जा सकता है यदि आप को hindiItsolution द्वारा लिखे गए लेख में कोई जानकारी समज नहीं आती है अथवा किसी भी task का practice करने में कोई Problem आती है तो कमैंट्स करें आप की समस्या का समाधान जरूर करने का प्रयास किया जाये गा
Thank you
Vishnu Sharma

 

 

 

 

 

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